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गुरुजी

रत्न विशेषज्ञ

हर व्यक्ति के लिए हर रत्न उपयुक्त नहीं होता। सही रत्न वही है जो आपकी कुंडली में शुभ ग्रह को अधिक सशक्त करे तथा अशुभ ग्रह के दुष्प्रभाव को संतुलित करे। इसलिए रत्न धारण करने से पहले योग्य ज्योतिषी से परामर्श आवश्यक है।

सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु – प्रत्येक ग्रह का अपना प्रतिनिधि रत्न होता है, जैसे माणिक्य, मोती, मूंगा, पन्ना, पुखराज, हीरा, नीलम, गोमेद और लहसुनिया। कुंडली में ग्रहों की स्थिति, बल, दृष्टि और दशा को देखकर यह निर्धारित किया जाता है कि आपके लिए कौन-सा रत्न लाभकारी रहेगा।

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